लहसुन रगड़कर कहीं आप भी चेहरा तो नहीं चमका रहे? उल्टा असर ना पड़ जाए!

कई इंफ्लुएंसर्स दावा कर रहे हैं कि मुंहासों पर लहसुन रगड़ने से फायदा मिलता है. इसको समझने के लिए हमने डॉक्टर से बात की है.


सोशल मीडिया पर इन दिनों एक ट्रेंड चल रहा है. एक्ने यानी मुंहासों को ठीक करने के लिए कई इंफ्लुएंसर्स अपने मुंहासों पर लहसुन रगड़ रहे हैं. उनका दावा है कि इससे मुंहासे ठीक हो जाते हैं. चेहरा एकदम चमक उठता है.

अब क्या वाकई ये ट्रिक काम करती है? ये हमने पूछा डॉक्टर मोनिका चाहर से. डॉ मोनिका, स्किन डेकोर, नई दिल्ली में चीफ डर्मेटोलॉजिस्ट एंड डायरेक्टर हैं.

डॉ. मोनिका चाहर, चीफ डर्मेटोलॉजिस्ट एंड डायरेक्टर, स्किन डेकोर, नई दिल्ली

डॉ. मोनिका चाहर, चीफ डर्मेटोलॉजिस्ट एंड डायरेक्टर, स्किन डेकोर, नई दिल्ली

डॉक्टर मोनिका कहती हैं कि लहसुन में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं. ये शरीर को अंदर से ठीक रखने में मदद करते हैं. इसलिए, कई लोगों को लगता है कि ये स्किन के लिए भी फायदेमंद होंगे. लेकिन, लहसुन से मुंहासों के ठीक होने का कोई साइंटिफिक प्रूफ नहीं है. बल्कि कई बार ये उल्टा असर कर सकता है.

अगर चेहरे पर ज़्यादा लहसुन रगड़ लिया जाए तो स्किन लाल पड़ सकती है. उसमें जलन हो सकती है. आपको एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है. स्किन सेंसेटिव हो सकती है. यहां तक कि कुछ मामलों में, हाइपर पिगमेंटेशन भी हो सकता है. हाइपर पिगमेंटेशन में स्किन पर गहरे धब्बे पड़ जाते हैं. लिहाज़ा ज़रूरी है कि चेहरे पर कोई भी DIY टोटका न आजमाया जाए.

डॉक्टर मोनिका आगे कहती हैं कि हमारी स्किन बहुत सेंसेटिव होती है. खासकर चेहरे की. इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह के अपने चेहरे पर कुछ भी न लगाएं. अगर आपको मुंहासों से बचना है तो दिन में कम से कम दो बार अपना चेहरा धोएं. चेहरा गंदा नहीं रहना चाहिए, इससे पोर्स बंद हो जाते हैं. वहीं, जो लोग मेकअप लगाते हैं, वो दिन खत्म होने पर मेकअप हटाकर मुंह धो लें. स्किन को साफ करने के लिए आप टोनर का इस्तेमाल कर सकते हैं.

इसके अलावा, स्किन टाइप के अनुसार फेस वॉश और मॉइश्चराइज़र लगाएं. अगर आपका चेहरा ऑयली है, तो वॉटर-बेस्ड मॉइश्चराइज़र लगाएं. वहीं अगर स्किन ड्राई है तो ऑइल-बेस्ड मॉइश्चराइज़र लगाएं.

एक चीज़ और. अपने मुंहासों को नोचें नहीं. वरना स्किन पर गहरे निशान पड़ सकते हैं. अगर ये सारी चीज़ें करने के बावजूद मुंहासे दूर न हो, तो डॉक्टर से मिलें. अगर एक्ने बहुत सीरियस नहीं है तो सिर्फ क्रीम लगाने के लिए दी जाती है. वहीं अगर एक्ने काफ़ी ज़्यादा है तो दवाई भी दी जा सकती है.

(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. ‘दी लल्लनटॉप ’आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)

Source: thelallantop.com

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